
पंचाक्षर मंत्र
ॐ धूं धूमावती देवदत्त धावति स्वाहा॥ ॐ ह्रीं स्त्रीं हुं फट्॥ ॐ हूं स्वाहा ॐ॥ ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं हूँ फट्॥ ॐ ह्रीं त्रीं ह्रुं फट्॥ ऐं क्लीं सौः सौः क्लीं॥ श्रीं क्लीं श्रीं नमः॥
सभी देवी-देवताओं के शक्तिशाली मंत्र! हनुमान, शिव, दुर्गा, लक्ष्मी मंत्र हिंदी में जाप करें। सिद्धि, शांति और मनोकामना पूर्ति का रहस्य – BhaktiRas.in पर अभी! ॐ”
ॐ धूं धूमावती देवदत्त धावति स्वाहा॥ ॐ ह्रीं स्त्रीं हुं फट्॥ ॐ हूं स्वाहा ॐ॥ ॐ क्रीं ह्रुं ह्रीं हूँ फट्॥ ॐ ह्रीं त्रीं ह्रुं फट्॥ ऐं क्लीं सौः सौः क्लीं॥ श्रीं क्लीं श्रीं नमः॥
ॐ नमः शिवाय॥ ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
स्ह्क्ल्रीं हं॥ श्रीं क्लीं श्रीं॥ ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥ ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः।। ॐ ह्रीं हूं हां ग्रें क्षों क्रों नमः॥ ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं...
ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। तन्नो हनुमत् प्रचोदयात्॥ ॐ श्री हनुमते नमः॥
ॐ ऐं महासरस्वत्यै नमः॥ वद वद वाग्वादिनी स्वाहा॥ ऐं लृं॥ ॐ ऐं वाग्देव्यै विद्महे कामराजाय धीमहि।तन्नो देवी प्रचोदयात्॥ ऐं॥ ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वाग्देव्यै सरस्वत्यै नमः॥ ॐ ऐं नमः॥ ॐ अर्हं मुख कमल वासिनी पापात्म...
ॐ त्रीं हूं॥ ऐं॥
ॐ सर्व मङ्गल माङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणि नमोऽस्तु ते॥१॥ सृष्टि स्थिति विनाशानां शक्तिभूते सनातनि!।गुणाश्रये गुणमये नारायणि! नमोऽस्तु ते॥२॥ शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे!।सर्वस्यार्तिहरे देवि! नारायणि! नमोऽस्तु ते॥३॥
ॐ यज्ञेन यज्ञमयजन्त देवास्तनि धर्माणि प्रथमान्यासन् ।ते ह नाकं महिमान : सचंत यत्र पूर्वे साध्या : संति देवा : ।। ॐ राजाधिराजाय प्रसह्य साहिने ।नमो वयं वैश्रवणाय कुर्महे ।स मस कामान् काम कामाय मह्यं।कामेश्र्वरो वैश्रवणो...
शिव पुत्र हेरंभ गणाधीनाथ गणेश गणनाथ नमो नमस्ते |इति निशा गौरी उठी सयन से देखा सभी को घेरे है निद्रा |गाती जगाती गौरी सभी को गणेश गणनाथ नमो नमस्ते |शिव पुत्र हेरंभ गणाधीनाथ गणेश गणनाथ...
ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः।सर्वे सन्तु निरामयाः।सर्वे भद्राणि पश्यन्तु।मा कश्चिद्दुःखभाग्भवेत॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः॥
1. लक्ष्मी विनायक मन्त्र ॐ श्री गं सौम्याय गणपतये वरवरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।। 2. लक्ष्मी गणेश ध्यान मन्त्र दन्ताभये चक्रवरौ दधानं, कराग्रगं स्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।धृताब्जयालिङ्गितमाब्धि पुत्र्या-लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे॥ 3. ऋणहर्ता गणपति मन्त्र ॐ गणेश ऋणं...
ॐ नमः शिवाय॥Om Namah Shivaya॥ अर्थ : ” हे शिव , मै आपको बार बार नमन करता हूँ ” भगवान शिव का यह मूल मंत्र सबसे सरल और सबसे लोकप्रिय मंत्र है | और इस...