तरस रही है तेरे दरस को,
मैया कबसे मेरी नज़र,
अब तो आके ले लो मैया,
अपने दास की खबर,
शेरा वाली माँ काली तू,
माँ तू है मेहरा वाली,
तेरे दर आए जो मैया,
ना खाली जाए सवाली,
सबकी झोली भरने वाली,
मेरी भी पूरी करो कसर,
अब तो आके ले लो मैया,
अपने दास की खबर,
तरस रही है…..

मेरे भी सर से उतारो मैया,
चढ़ी जो पाप की गठरी भारी,
संकट सबके हरने वाली,
मेरी भी विपदा हर लो सारी,
डालो मुझपे भी मैया,
अपनी करुणामयी नज़र,
अब तो आके ले लो मैया,
अपने दास की खबर,
तरस रही है…..

तू ही चंडी तू ही ज्वाला,
मैया तू है जोता वाली,
भटके हुए को राह दिखाती,
तेरे नैनों की जोत निराली,
तेरे होते माँ मेरी मैं,
भटक रहा क्यूं दर बदर,
अब तो आके ले लो मैया,
अपने दास की खबर,
तरस रही है…..

जगत सकल है भक्त तुम्हारे,
हैं माँ चरणों के सभी पुजारी,
महिमा का गुणगान करें सब,
जगाएं घर घर अलख तुम्हारी,
कर दो दूर दुखों के अंधियारे,
दिखा दो अपना नूरानी असर,
अब तो आके ले लो मैया,
अपने राजीव की खबर,
तरस रही है…..

Author: Unknown Claim credit

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