धुन:- रातो को उठ उठ कर

तेरे दर पे ए दाती, श्रद्धा से जो आते है,
तू मेहर करे दाती, झोली भर जाते है…..

तू माँ कल्याणी है, तू आद भवानी है,
तेरे दर दी माया, सारी दुनिया दीवानी है।

तेरा सच्चा द्वारा है, माँ सब तो न्यारा है,
तेरे दर ते मईया, मिल जाए सहारा है।

माँ दे खेल न्यारे ने, माँ दे भरे भंडारे ने,
भगता दे बांह फड़के, माँ ने लखा तारे ने।

एह कोल ने भी मईया, तेरा नाम ध्याया है,
तेरी नूरी ज्योति चो, माये चानन पाया है।

तेरे दर पे ऐ दाती, श्रद्धा से जो आते है,
तू मेहर करे दाती, झोली भर जाते है।

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