धुन:- रातो को उठ उठ कर

तेरे दर पे ए दाती, श्रद्धा से जो आते है,
तू मेहर करे दाती, झोली भर जाते है…..

तू माँ कल्याणी है, तू आद भवानी है,
तेरे दर दी माया, सारी दुनिया दीवानी है।

तेरा सच्चा द्वारा है, माँ सब तो न्यारा है,
तेरे दर ते मईया, मिल जाए सहारा है।

माँ दे खेल न्यारे ने, माँ दे भरे भंडारे ने,
भगता दे बांह फड़के, माँ ने लखा तारे ने।

एह कोल ने भी मईया, तेरा नाम ध्याया है,
तेरी नूरी ज्योति चो, माये चानन पाया है।

तेरे दर पे ऐ दाती, श्रद्धा से जो आते है,
तू मेहर करे दाती, झोली भर जाते है।

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

कालभैरव जयंती

शुक्रवार, 22 नवम्बर 2024

कालभैरव जयंती
उत्पन्ना एकादशी

मंगलवार, 26 नवम्बर 2024

उत्पन्ना एकादशी
मासिक शिवरात्रि

शुक्रवार, 29 नवम्बर 2024

मासिक शिवरात्रि
गीता जयंती

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

गीता जयंती
मोक्षदा एकादशी

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

मोक्षदा एकादशी
दत्तात्रेय जयंती

शनिवार, 14 दिसम्बर 2024

दत्तात्रेय जयंती

संग्रह