आ जाना गणपति आ जाना

आ जाना गणपति आ जाना भप्पा आ जाना
जय गणेश श्री जय गणेश देव लोक के है दुलारे,

महादेव और पारवती के आँखों के है तारे,
जय गणेश श्री जय गणेश देव लोक के है दुलारे,

चार बुजाऔर माथे तिलक है मुसक के सवारी
रिधि सीधी के है दाता लड्डू के है प्यारे,
ब्रह्मा विष्णु लकशमी के आप ही है प्यारे
जय गणेश श्री जय गणेश देव लोक के है दुलारे,

आप के चरणों में जो आये खाली हाथ न जाए,
गणपति भप्पा नाम से सब लोग आप को ही बुलाये
चलती है ये जग सारा आप ही के सहारे
जय गणेश श्री जय गणेश देव लोक के है दुलारे,

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