देवा देवा

देवा देवा, देवा देवा,
देवा देवा, देवा देवा,
संत ऋषि मुनि तेरे, करते हैं सेवा,
लडुवन का भोग चडे, भाए नहीं मेवा,
देवा देवा, देवा देवा,
देवा देवा, देवा देवा…..

गौरा के लाल, एकदंत कहलाते,
ध्यान धरे तुझको तो, काम बन जाते,
जीवन की नैया को मेरे है खेवा,
लडुवन का भोग चडे, भाए नहीं मेवा,
देवा देवा, देवा देवा,
देवा देवा, देवा देवा….

मुषक सवारी, महादेव के दुलारे,
शुभ कार्य मे पहले,आके पधारे,
गोरा है माता पिता महादेवा,
लडुवन का भोग चडे, भाए नहीं मेवा,
देवा देवा, देवा देवा,
देवा देवा, देवा देवा…..

अंधे को आंख देत, कोढीन को काया,
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया,
हाथ तेरे नाम का मै बान्धु कलेवा,
लडुवन का भोग चडे, भाए नहीं मेवा,
देवा देवा, देवा देवा,
देवा देवा, देवा देवा…..

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी
गुरु गोविंद सिंह जयंती

शनिवार, 27 दिसम्बर 2025

गुरु गोविंद सिंह जयंती
पौष पूर्णिमा

शनिवार, 03 जनवरी 2026

पौष पूर्णिमा

संग्रह