गणनायक गणराय गणपति,
रिद्धिपति, शिद्धिपति, धनपति, प्रजापति……

लम्बोदर पीताम्बर शोभित,
मुखमंडल पे तेज बिराजत,
स्तुति कीजै जो नरनारी,
धन वैभव सब देते गणपति,
गणनायक गणराय गणपति,
रिद्धिपति, शिद्धिपति, धनपति, प्रजापति……

ललाट पे विद्या धन भारी,
बाहुबल संग फरसाधरी,
मोदक का जिसने किया अर्पण,
प्रसन्न हो जाते है गणपति,
गणनायक गणराय गणपति,
रिद्धिपति, शिद्धिपति, धनपति, प्रजापति……

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