गणेश वंदना

गणपति गोरा दे लाल पूर्ण किजो मोरे काज…-2
विच सभा दे बैठे यां, मोरी पत रखियो महाराज,
गणपति गौरा दे लाल पूर्ण किजो मोरे काज॥

सारी दुनिया जपदी रेहनदी, सब तो पहला तेरा नाम,
पल में मुश्किल हल कर दे देंदे, जो भी लेंदा तेरा नाम,
विच सभा दे बैठे यां मोरी पत रखियो महाराज,
गणपति गोरा दे लाल पूर्ण किजो मोरे काज॥

तुम हो साथी तुम्ही सहारे, मां गौरा दे राज दुलारे,
दीन दुखी की विनती सुनते, सारा जगत तुम्हें पुकारे,
विच सभा दे बैठे यां मोरी पत रखियो महाराज,
गणपति गोरा दे लाल पूर्ण कीजों मोरे काज॥

सालवाले दा शर्मा लिखदा,
जस्सू दे हर दुःख नू कट दा,
राजू राज ने जीवन सारा, कदमों में तेरे कर डाला,
विच सभा दे बैठे यां मोरी पत रखियो महाराज,
गणपति गोरा दे लाल पूर्ण कीजों मोरे काज॥

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