हे गणपति महाराज करू मैं गुणगान तेरा
पूरण कर दो काज करू मैं तेरा
हे गणपति महाराज करू मैं गुणगान तेरा
रिधि सीधी नव निधि के स्वामी तुम दाता तुम अन्तर्यामी
तेरा सगरे जगत पर राज करू मैं गुणगान तेरा
हे गणपति महाराज करू मैं गुणगान तेरा
शिव गोरा के राज दुलारे भगतो के नैनो के तारे
तुम राखो म्हारी लाज करू मैं गुणगान तेरा
हे गणपति महाराज करू मैं गुणगान तेरा
तुंग शुण्ड इक दंत कहाते
लम्बोदर तोहे मोदक भाते
माहरे हिरदये बीच बिराग करू मैं गुणगान तेरा
हे गणपति महाराज करू मैं गुणगान तेरा
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