जय हो गजानन्द राज तेरी हो
विघ्न के हरता मंगल करता
पूर्ण करते काज जी
जय हो गजानन्द राज जी
गोरी नंदन है गणनायक
महिमा तेरी अपार है
तेरी छवि है सबसे न्यारी
लीला तेरी महान है
सबसे पहले सुमिरण तेरा
करते है गणराज जी
जय हो गजानन्द राज तेरी ,,,
मूसक पे तुम करते सवारी लगती प्यारी है
तीन लोक भी है गणनायक तुझ पे सब बलहारी है
ब्रह्मा विष्णु शिव शंकर भी तेरी करते जय जयकार जी
जय हो गजानन्द राज तेरी ,,,,,
शुभ और लाभ के देने वाले गजानन्द सरकार जी
तेरी दृस्टि जिस पर होगी ना होगी उसकी हार जी
हर ,राही, पर रखना यूही अपनी दया सरकार जी
जय हो गजानन्द राज तेरी,,,,,
Author: ARUN CHAUHAN RAHI