कीर्तन रचो है म्हारे आंगने

कीर्तन रचो है म्हारे आंगने,
आओ आओ गोरा जी रा लाल कारज सफल करो

रिधि सीधी ने सागे लया जो अनधन सा भरे जो भंडार,
कारज सफल करो

सोने की थाली में मोदक लाया बाबा
थे पाओ गोरा जी रा लाल
कारज सफल करो

फुल्डा माला लाया विनायक म्हारे सिर पर रख दीजियो हाथ
कारज सफल करो

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