मेरे घर में पधारो हे महाराजा

देवा हो देवा गणपति देवा
सिद्धिविनायक हो जय गणेश देवा,
कर के मुसक सवारी हे घनराजा,
मेरे घर में पधारो हे महाराजा

प्रथम में पूजा ह्जो वर दायक,
तेरी भगती हो बल दायक,
चन्दन चोंकी पे बैठे हो शिवनन्द कहलाते हो,
बाबा विघन हरता हो मंगल है करता,
शीश मुकट धारी हो बाबा शुभ करता,
तेरा उचा सिंघाशन हो घनराजा,
मेरे घर में पधारो हे महाराजा

देवो के राजा हो महाराजा,
खुशिया लुटाते हो घनराजा,
बुधी दाता देवा हो गोरी लाला कहलाते हो,
बाबा गुण दाता हो बाबा दया करता बाबा बलशाली हो पालन है करता,
लेके रिधि सीधी आओ हे घनराजा,
मेरे घर में पधारो हे महाराजा

इक दंत धारी हो सुख दाता
दुनिया के स्वामी हो घन नाथा,
महिमा तेरी निराली हो
घन नायक तुम ग्यानी हो,
बाबा कष्ट हरता हो बाबा दुःख हरता,
बाबा घ्जानन को मोदक है चड़ता
करे भगतो पे किरपा घनराजा,
मेरे घर में पधारो हे महाराजा

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह