भरे खजाने दाता मेरे दे, सारे खैरा पाओ
दाता कभी ना खाली मोड़े, जय जयकार बुलाओ,
की बोलो जय गुरां दी की बोलो जय गुरां दी…..
सोहणे तेरे मुखड़े ते, जाऊं बलिहार जी,
महिमा मैं गाऊं दाता तेरे अपार की
संगत दे नाल संघ बना के आओ भगतों आओ,
दाता कभी ना खाली मोड़े, जय जयकार बुलाओ,
की बोलो जय गुरां दी की बोलो जय गुरां दी…..
उच्चा ते सूच्चा दरबार हारावाले दा,
सबना नू मिलदा इथे प्यार हारा वाले दा,
दाता जी दे चरणा दे विच जाके डेरा लाओ,
दाता कभी ना खाली मोड़े, जय जयकार बुलाओ,
की बोलो जय गुरां दी की बोलो जय गुरां दी…..
Author: Unknown Claim credit