असा लुटिया गुरा दा प्यार,
गुरा ने साडा दिल लुटिया,
साडा दिल लुटिया साडा दिल लुटिया,
साड़ी जुड़ गई नाम नाल तार,
गुरा ने साडा दिल लुटिया,
अस्सा लुटिया……….
असी गुरा दे सतिगुरु साडे,
सतिगुरु नाल असी कर लई वायेदे,
असा छड ना नहियो दरबार,
गुरा ने साडा दिल लुटिया,
असा लुटिया…….
जिस विच रखे उस विच रहना,
झूठे जग तो हूँ की लेना,
सहनु मिल गई सोहनी सरकार,
गुरा ने साडा दिल लुटिया,
असा लुटिया……..
लुट जांदे तेरे नाम दीवाने,
तेरे प्रेम विच हो के मस्ताने,
ओह ता हो जांदे भव तो पार,
गुरा ने साडा दिल लुटिया,
असा लुटिया………
दास है तेरे दर ते आया,
आ के अपना दमन विछाया,
साड़ी निभ जाये श्री चरना दे नाल,
गुरा ने साडा दिल लुटिया,
असा लुटिया…..
तन मन गुरा नु किता अर्पण,
रोज गुरा दे करके करके दर्शन,
असा जिन्दडी लई सवार,
गुरा ने साडा दिल लुटिया,
असा लुटिया………
सोहने दे नाल ला के अखा,
तर गईयाँ एथो रूह लखा,
सहनु तारेया ऐ सच्ची सरकार,
गुरा ने साडा दिल लुटिया,
असा लुटिया………
सतगुरु वंडदे नाम खजाने,
लै जांदे जो हों दीवाने,
ओहदे खुले रहन भण्डार,
गुरा ने साडा दिल लुटिया,
अस्सा लुटिया……..
Author: Unknown Claim credit