गुरु जी पधारिया मेहमान ,
आज म्हारे आंगन में,
सतगुरु आया आनन्द छाया , फूला वाली सेज बिचाया,
कंकु का तिलक लगाय , मौज गणी दर्शन में ,
गुरु जी पधारिया ……..
गादी तकिया सेज बिछाउ , गुरु दाता ने पलंग पोड़ाऊं,
दर्शन करा जी अपार , प्रेम बसावा हिरदा में,
गुरु जी पधारिया ………
गुरु महिमा को पार न पावे ,सभी सखियां मंगल गावे,
गूँज रही जय जयकार , इंदर बरसे सावन में ,
गुरु जी पधारिया ………
गोकुल स्वामी सतगुरु दाता दे उपदेश जीव जगाता,
लादूदास दास करे पुकार , लोटू गुरु चरणा में,
गुरु जी पधारिया ……..
Author: Unkonow Claim credit