हम पे रहम करना हम पे कर्म करना,
आये तेरे दरबार में दाता तेरे प्यार में,
हम पे रहम करना हम पे कर्म करना,
खुश नसीबी का पल है आया सतगुरु ने दर्श दिखाया,
तेरे दर में शोभा करदा रहा मैं हर पल गुरु जी जपदा रहा,
हम पे रहम करना हम पे कर्म करना,
सोना सतुगरु मिल गया मैनु,
तकदा रहा मैं हर पल एहनु,
तेरा साथ सदा ही मिलदा रवे,
तेरी खुशबू से घर ये खिलता रहे,
हम पे रहम करना हम पे कर्म करना,
Author: Unknown Claim credit