हम थारे चरना की धुल गुरु जी

हम थारे चरना की धुल गुरु जी
चरणो से करिये न दूर गुरु जी

जब भी म्हारे सतगुरु भागा में आये
भागा के खिल गए फूल गुरु जी
हम थारे चरना की धुल गुरु जी

जब सतगुरु भंडारे में आये
अमृत बन गई खीर गुरु जी हो
हम थारे चरना की धुल गुरु जी

जब भी म्हारे सत गुरु सत्संग में आये संगत का चढ़ गया नूर गुरु जी हो
हम थारे चरना की धुल गुरु जी

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह