इना गुरुआं नू मन च

इना गुरुआं नू मन च बसाइए के गुरु हुंदे रूप रब दा,
इना गुरुआं नू मन च बसाइए के गुरु हुंदे रूप रब दा,
इना गुरुआं नू दिल च बसाइए के गुरु हुंदे रूप रब दा॥

मीठी मीठी वाणी वाले सतगुरु प्यारे ने,
इना दे दर्श ने दुखड़े निवारे ने,
गुरु नाम वाला.. जाम पी जाइए के गुरु हुंदे रूप रब दा॥

गुरां नू ब्रह्मा कैहंदे गुरां नू महेश जी,
गुरुआं दे सच्चे हुंदे सारे उपदेश जी।
सच्चे प्रेम वाली.. जोत जगाइए के गुरु हुंदे रूप रब दा॥

नफरत मिटाके एह प्यार सिखांदे ने,
ज्ञान नू मिटाके एह ज्ञान करांदे ने,
इना गुरुआं दी.. सेवा कमाइए के गुरु हुंदे रूप रब दा,
इना गुरुआं नू दिल च बसाइए के गुरु हुंदे रूप रब दा॥

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