आ गया मैं दुनियादारी, सारी दाता छोड़ के,
लेने आ जा हारावाले, आनंदपुर के मोड़ पे॥
हार गया मैं इस दुनिया से, अब तो दाता थाम ले,
कहां मुझे तेरे ही भगत ने दाता का तू नाम ले,
अपने पराए छोड़ गए सब दिल मेरा ये तोड़ के,
लेने आ जा हारावाले, आनंदपुर के मोड़ पे,
आ गया मैं दुनियादारी, सारी दाता छोड़ के,
लेने आ जा हारावाले, आनंदपुर के मोड़ पे॥
भक्तों को तू दाता आके दर्शन अपना दिखा दे तू,
जैसे दर्शन सबको देता वैसे मुझे करा दे तू,
अब मैं खड़ा हूं द्वार तुम्हारे दोनों हाथ जोड़ के,
लेने आ जा हारावाले, आनंदपुर के मोड़ पे,
आ गया मैं दुनियादारी, सारी दाता छोड़ के,
लेने आ जा हारावाले, आनंदपुर के मोड़ पे॥
मैं ना जानू पूजा अर्चन, तुझको अपना मान लिया,
तू ही दौलत तू ही शोहरत, इतना दाता जान लिया,
अपना बना ले इस आनंद को, दिल को दिल से जोड़ के,
लेने आ जा हारावाले, आनंदपुर के मोड़ पे,
आ गया मैं दुनियादारी, सारी दाता छोड़ के,
लेने आ जा हारावाले, आनंदपुर के मोड़ पे॥
मुझको है विश्वास मुझे तू एक दिन दाता तारेगा,
तुझ पे भरोसा करने वाला जग में कभी ना हारेगा,
जिन पे किया भरोसा मैंने छोड़ गए वो रोड़ पे,
लेने आ जा हारावाले, आनंदपुर के मोड़ पे,
आ गया मैं दुनियादारी, सारी दाता छोड़ के,
लेने आ जा हारावाले, आनंदपुर के मोड़ पे॥
Author: Unknown Claim credit