मिला सतगुरु चरण सहारा,
ये जागा भाग्य हमारा….

दया हुई पूरे सतगुरु की, अपनी शरण लगाया,
जनम जनम के पल ही भर में टूटे बंधन माया,
मिला सतगुरु चरण सहारा,
ये जागा भाग्य हमारा….

काल का कुछ भी जोर चले ना अब हमा भय गुरु के,
खुद ही सतगुरु देव मिटावें, झगड़े मैं और तू के,
मिला सतगुरु चरण सहारा,
ये जागा भाग्य हमारा….

सब ही जग धोखे की बाजी, सब मन की कल्पना,
सतगुरु बिन इस जीव का संगी, सगा ना कोई अपना,
मिला सतगुरु चरण सहारा,
ये जागा भाग्य हमारा….

सतगुरु की संगति सेवा से सोई सूरत जागी,
सहज सहज लिवे दासन दासा गुरु चरणों में लागी,
मिला सतगुरु चरण सहारा,
ये जागा भाग्य हमारा….

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

चैत्र नवरात्रि

रविवार, 30 मार्च 2025

चैत्र नवरात्रि
गुड़ी पड़वा

रविवार, 30 मार्च 2025

गुड़ी पड़वा
उगादी

रविवार, 30 मार्च 2025

उगादी
चेटी चंड

सोमवार, 31 मार्च 2025

चेटी चंड
राम नवमी

रविवार, 06 अप्रैल 2025

राम नवमी
कामदा एकादशी

मंगलवार, 08 अप्रैल 2025

कामदा एकादशी

संग्रह