रंगरेज़ मेरे… हो… रंगरेज़ मेरे,
रंगरेज़ मेरे तू गुड़ा रंग दे,
पक्के तो भी पक्का रंग दे,
साहां दी बुनियाद बने जो,
दिल दी हर फ़रियाद बने जो,
दुनिया दा कोई राग ना होवे,
बिरहा ते विराग ही होवे,
रंगरेज़ मेरे… हो… रंगरेज़ मेरे,
रंगरेज़ मेरे तू गुड़ा रंग दे,
पक्के तो भी पक्का रंग दे,
रंगरेज़ मेरे…,
रंगरेज़ मेरे… हो… रंगरेज़ मेरे।।
तेरी बन के ही जीवा मैं,
मौत भी तेरे कदमा दे विच,
तू ही रूह बन वस् मेरे विच,
लू लू बन के जच मेरे विच,
बे रंग ही ना जीवन लंग जाए,
इक तेरा ही संग होवे,
रंगरेज़ मेरे… हो… रंगरेज़ मेरे।।
तेरे हथ दा बना खिडोना,
तैनू नज़रा विच समाउना,
मैं कतरा तू मेरा समुंदर,
मिटा हस्ती मिला तेरे अंदर,
तेरे बाँझ ना कोई उमंग होवे,
तेरे मंजर दा मैनु संग होवे,
रंगरेज़ मेरे… हो… रंगरेज़ मेरे।।
मैं भटकदा होया हनेरा,
तू मेरा है सजरा सवेरा,
मैं जन्मा दी संघनी कालिख,
रुषनाईया दा तू है मालिक,
मैं मेरी नू सूली टंग दे,
तू ही मेरी मंग होवे,
रंगरेज़ मेरे… हो… रंगरेज़ मेरे।।
Author: Unknown Claim credit