सतिगुरु नानकु प्रगटिआ

सतिगुरु नानकु प्रगटिआ मिटी धुंधु जगि चानणु होआ,
सतिगुरु नानकु प्रगटिआ ….

जिउ करि सूरजु निकलिआ तारे छिपे अंधेरु पलोआ,
सिंघु बुके मिरगावली भंनी जाइ न धीरि धरोआ,
सतिगुरु नानकु प्रगटिआ ….

जिथे बाबा पैरु धरे पूजा आसणु थापणि सोआ,
सिधासणि सभि जगति दे नानक आदि मते जे कोआ,
सतिगुरु नानकु प्रगटिआ ….

घरि घरि अंदरि धरमसाल होवै कीरतनु सदा विसोआ,
बाबे तारे चारि चकि नउ खंडि प्रिथवी सचा ढोआ,

गुरमुखि कलि विचि परगटु होआ॥

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी
पुत्रदा एकादशी

मंगलवार, 05 अगस्त 2025

पुत्रदा एकादशी
रक्षा बन्धन

शनिवार, 09 अगस्त 2025

रक्षा बन्धन

संग्रह