सतगुर आवणगे फेरा पावणगे घर मेरे,
जी मैं सदके जावा उस वेले,

नी मैं फुल्ला वाला आसन लाया,
उते सतिगुरा नु मैं बिठाया,
जदों होंगे दयाल कर देंगे निहाल साईं मेरे,
जी मैं सदके जावा उस वेले,
सतगुर आवणगे फेरा पावणगे घर मेरे,

सुबह उठ के पड़ा मैं पंज बानियाँ,
तेनु याद करा मैं दिल जानियाँ ,
सामी रहरास करा ध्यान तेरे ही थरा हर वेले,
जी मैं सदके जावा उस वेले,
सतगुर आवणगे फेरा पावणगे घर मेरे,

सुबह उठ के आसा दी वार लावा,
मेरे सतिगुरु मैं वल वल जावा,
राती सोहन लगाया याद तेरी करा मैं कीर्तन सोहिले,
जी मैं सदके जावा उस वेले,
सतगुर आवणगे फेरा पावणगे घर मेरे,

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