तेरे सोहणे दर नूं छड्ड सतगुर

सुन वे सजना तेरे दर ते हूँ मैं जिओना मरना
चरना तो दूर ना जावा तेथो एही बस मैं मंगना
ना करी चरना तो मेनू दूर तेरा दर छड के जाना नही

तेरे सोहणे दर नूं छड्ड सतगुर साडा होर ठिकाना नही
ना करी चरना तो मेनू दूर तेरा दर छड के जाना नही

झूठे जग ने बहुत सताया ताहियो तेरे दर ते आया
तेरे दर विच काहदा घाटा हीरा ऐवे जन्म गवाया
तेरे बाझो मेरा पापी दा कोई होर ठिकाना नही
ना करी चरना तो मेनू दूर तेरा दर छड के जाना नही

नाम दा रंग चड़ा दे मेनू डूबदा पार लगा दे मेनू
पंज चोर जो मगर पये ने ओहना कोलो बचा लै मेनू
तेरे दर दा मीठा अमृत छड के जेहर मैं खाना नही
ना करी चरना तो मेनू दूर तेरा दर छड के जाना नही

सतिगुरु तेरी बंदगी करनी ताहियो तेरे डिगिया चरनी
तेरे दर विच काहदा घाटा तुहियो साडी रक्शा करनी
काहे दास निमाना दाता तेनु दिलो भुलाउना नही
ना करी चरना तो मेनू दूर तेरा दर छड के जाना नही

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