वेखो जी वेखो मेरे गुरु जी आये

वेखो जी वेखो मेरे गुरु जी आये

देवतेया ने आज फूल बरसाए वेखो जी वेखो मेरे गुरु जी आये,
सबना ने आके शीश झुकाये वेखो जी वेखो मेरे गुरु जी आये,

धन धन पिता ने धन धन माता जिह्ना घर आया जगत दा दाता,
सब न ने आके दर्शन पाए, वेखो जी वेखो मेरे गुरु जी आये,

मस्तक गुरु जी दा जग मग करदा चरना विचो अमृत वसदा,
पल विच होये दुःख दूर सारे,
वेखो जी वेखो मेरे गुरु जी आये

सबना विच तेरा नूर ही वसदा,
जो दर आये सो है तर दा,
मितिया अँधेरा जग तो दीप चमकाए,
वेखो जी वेखो मेरे गुरु जी आये

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह