दुनिया में देव हजारो है,
बजरंग बली का क्या कहना,
इनकी शक्ति का क्या कहना,
इनकी भक्ति का क्या कहना,
दुनिया मे देव हजारो है,
बजरंग बली का क्या कहना…

ये सात समुन्दर लाँघ गए,
और गढ़ लंका मे कूद गए,
रावण को डराना क्या कहना,
लंका को जलाना क्या कहना,
दुनिया मे देव हजारो है,
बजरंग बली का क्या कहना…

जब लक्ष्मण जी बेहोश हुए,
संजीवनी बूटी लाने गए,
लक्ष्मण को जिलाना क्या कहना,
पर्वत को उठाना क्या कहना,
दुनिया मे देव हजारो है,
बजरंग बली का क्या कहना…

‘बनवारी’ इनके सीने में,
सियाराम की जोड़ी रहती है,
ये राम दिवाना क्या कहना,
गुण गाये जमाना क्या कहना,
दुनिया मे देव हजारो है,
बजरंग बली का क्या कहना…

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वरुथिनी एकादशी

गुरूवार, 24 अप्रैल 2025

वरुथिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी

संग्रह