हमको तो आसरा है

हमको तो आसरा है,
ऐ श्याम मुरली वाले,
ऐ श्याम खाटू वाले,
हमको तो आसरा है।।

कैसे करूँगा मोहन,
मैं पार गहरी नदियाँ,
ना नाव का ठिकाना,
ना पास है खिवैया,
कोई नही हमारा,
मुझे पार जो उतारे,
मुझे पार जो उतारे,
हमको तो आसरा हैं,
ऐ श्याम मुरली वाले,
ऐ श्याम खाटू वाले,
हमको तो आसरा है।।

मैं तो तेरे भरोसे,
आगे को बढ़ता आया,
मुझको गरज है किसकी,
मुझ पर तुम्हारा साया,
जब साथ है तुम्हारा,
फिर कौन क्या बिगाड़े,
फिर कौन क्या बिगाड़े,
हमको तो आसरा हैं,
ऐ श्याम मुरली वाले,
ऐ श्याम खाटू वाले,
हमको तो आसरा है।।

अब क्या करू मैं बोलो,
तुम भी नजर ना आते,
विश्वास है कन्हैया,
आओगे क्यों सताते,
‘नंदू’ सुनो न मोहन,
नैया तेरे हवाले,
नैया तेरे हवाले,
हमको तो आसरा हैं,
ऐ श्याम मुरली वाले,
ऐ श्याम खाटू वाले,
हमको तो आसरा है।।

हमको तो आसरा है,
ऐ श्याम मुरली वाले,
ऐ श्याम खाटू वाले,
हमको तो आसरा है।।

Author: Sanjay Mittal

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी
पुत्रदा एकादशी

मंगलवार, 05 अगस्त 2025

पुत्रदा एकादशी
रक्षा बन्धन

शनिवार, 09 अगस्त 2025

रक्षा बन्धन

संग्रह