करते है बाबा तेरा हर पल शुकरियाँ,
खुशियां जो दी है उस का भी शुकरियाँ,,
हम तेरा दियां खाये तेरा ही गुण गाये,
जीवन दिया जो उसका बह शुकरियाँ,
करते है बाबा तेरा……..
जब से देखि तेरी ये मूरत दिल में उतर गई बस तेरी सूरत,
तेरा दर्शन मुझे मिला मुरझाया फूल खिला,
नजरे जो दी है उसका भी शुकरियाँ,,
करते है बाबा तेरा हर पल शुकरियाँ…
हर पल जुबा पे नाम हो तेरा तेरा गुण गान करना काम हो मेरा,
तेरा सुमिरन सदा करू तेरा ही ध्यान धरु,
वाणी जो दी है उसका भी शुकरियाँ,
करते है बाबा तेरा हर पल शुकरियाँ,
तेरी किरपा से लग्न ये लगी है सोइ हुई तकदीर जगी है,
तेरी भगति मुझे मिली जीवन को राह मिली,
भगति जो दी है उसका भी शुकरियाँ,
करते है बाबा तेरा हर पल शुकरियाँ,
हाथो से मेरे ना कोई गुनाह हो कदमो के तेरे दर पे चलने की चाह हो,
कहता रोमी कान्हा तुम्हे अपना है माना स्वासे जो दी है उसका भी शुकरियाँ,
करते है बाबा तेरा हर पल शुकरियाँ…..
Author: Sardar Romi