मेरे बाबा श्याम आये है

तर्ज – बहारो फूल बरसाओ

ऐ भक्तो फूल बरसाओ,
मेरे बाबा श्याम आये है,
मेरे घन श्याम आये है,
मगन होकर सभी गाओ,
मेरे बाबा श्याम आये है,
मेरे घन श्याम आये है,
ऐ भक्तो फूल बरसाओ…..

बड़े दानी बड़े दाता,
बड़ा दरबार है इनका,
चराचर के है ये मालिक,
सारा संसार है इनका,
भगत के वास्ते लेकर,
मधुर पैगाम आये है,
मेरे बाबा श्याम आये है,
मेरे घन श्याम आये है,
ऐ भक्तो फूल बरसाओ…..

दरश श्री श्याम का आकर,
के पालो जिसका जी चाहे,
बरसता है यहाँ अमृत,
नहालो जिसका जी चाहे,
पिलाने के लिए सबको,
भक्ति का जाम लाये है,
मेरे घन श्याम आये है,
ऐ भक्तो फूल बरसाओ…..

जो सुनकर टेर भक्तो की,
ना कभी देरी लगाते है,
सदा संकट से ‘लख्खा’ को,
जो आकरके बचाते है,
ऐ शर्मा मांग ले तू भी,
खाटु वाले श्याम आये है,
मेरे घन श्याम आये है,
ऐ भक्तो फूल बरसाओ…..

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

ज्येष्ठ पूर्णिमा

बुधवार, 11 जून 2025

ज्येष्ठ पूर्णिमा
योगिनी एकादशी

शनिवार, 21 जून 2025

योगिनी एकादशी
देवशयनी एकादशी

रविवार, 06 जुलाई 2025

देवशयनी एकादशी
गुरु पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

गुरु पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा

गुरूवार, 10 जुलाई 2025

आषाढ़ पूर्णिमा
कामिका एकादशी

सोमवार, 21 जुलाई 2025

कामिका एकादशी

संग्रह