कार्तिक आया रे आया रे छाई मस्त बहार,

कार्तिक आया रे आया रे छाई मस्त बहार,

कार्तिक आया रे आया रे छाई मस्त बहार,

कार्तिक आया रे आया रे छाई मस्त बहार,

कार्तिक आया रे आया रे छाई मस्त बहार,

का रूप बनाया सांवरियां तेरी अजब है माया सांवरिया,

चहु दिशा में देखो कैसा आलम छाया है,

मेरे खाटू वाले का जनम दिन आया है.

कुछ नजर न आये सांवरिया एक तुहि भाये सांवरिया,

तेरी बांकि अदाए सांवरियां हम को तड़पाये सांवरियां,

भगतो के संग मिल कर क्या रंग जमाया है,

मेरे खाटू वाले का जनम दिन आया है.

आये तेरे दीवाने सांवरिया तेरे मस्ताने सांवरियां

तेरे दर्शन पाने सांवरिया आये तुझे रिझाने सांवरिया,

सभी को देते आज बदाई भजन ये गया है,

मेरे खाटू वाले का जनम दिन आया है.

बस इतना चहु सांवरियां तेरे गुण गाउ सांवरिया ,

हो तेरा इशारा मैं तो तर जाऊ,

भाव चाव से दीपक ये उत्सव मनाया है,

मेरे खाटू वाले का जनम दिन आया है.

Author: Rajini Rajasthani

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