मिलने तुझसे आये बाबा सुनले खाटूवाले,
कहती दुनिया सारी तुम हो हारे के सहारे,
मिलने तुझसे आये……..

सबने सताया मुझे सबने रुलाया,
मन की कभी अपने मैं कह ना पाया,
अपने जो भी थे हुए सब पराये,
दुःख में रोबिन के ना कोई काम आये,
फिर एक दिन तब किसी ने बताया,
जा खाटू तू अब वहां सबने पाया,
आया हूँ जो दर पे तेरे दूर करो अंधियारे,
कहती दुनिया सारी तुम हो हारे के सहारे,
मिलने तुझसे आये……….

मन से थी एक दिन ये आवाज़ आई,
कहाँ वो अदालत जहाँ हो सुनाई,
लाखों की किस्मत जो तुमने बनाई,
करी आस तुमसे लगन है लगाईं,
नज़रें हो मुझ पर अगर श्याम तेरी,
आकाश छू लू ये दुनिया हो मेरी,
करवा दो अब कीर्तन घर में मेटो कष्ट हमारे,
कहती दुनिया सारी तुम हो हारे के सहारे,
मिलने तुझसे आये………..

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