ऊँगली पकड़ के ले आया मुझे,
खाटू नगरी घुमाया मुझे,
श्याम ओ मेरे श्याम मैं तेरा लाडला ,
देखि ऐसी जनत न देखि और कही,
तेरी खाटू नगर है दुनिया से हसीं,
रखना मुझे चरणों तले पूजा करू तेरी,
तेरे बिना तू ही बता क्या जिंदगी मेरी,
मैं तो तेरे पावो की गोद में पला.
श्याम ओ मेरे श्याम मैं तेरा लाडला ,
हार के जब राह में थक गया था श्याम,
आके उसी पल को तूने पकड़ा मेरा हाथ,
ऐसी दया किस भाव पे बाबा जो तूने किया,
ऐसी ख़ुशी दे दी मुझे अपना बना लिया,
तू नहीं तो दुनिया में कुछ नहीं मेरा,
श्याम ओ मेरे श्याम मैं तेरा लाडला ,
कैसे करू शुकरियाँ ये तो बता,
किस जन्म का बाबा उपकार ये किया,
दुनिया मेरी बदलन ने लगी जो साथ तू मेरे,
साथ कोई तुम सा नहीं संजीव ये काहे,
प्रेम ये तुम्हारा हो कभी न कम,
श्याम ओ मेरे श्याम मैं तेरा लाडला ,
Author: Sanjeev Sharma