रिंंगस से निशान उठा के, मस्ती में तूफान मचाके, तेरी जय जैकार बुला के, पैदल खाटू आएंगे।
सुन लेना रे बाबा सब की अब की बार जो आएंगे।।

1- यूं तो तू सुनता है सबकी,
जिसने लगा दी दर पर अर्जी
हम भी भाग्य आजमाएंगे
सुन लेना रे बाबा सब की अब की बार जो आएंगे।।

2- छोटे-छोटे बच्चे नाचे
जोश जवानों का देख तू आके
बूढ़े भी थक ना पाएंगे।
सुन लेना रे बाबा सब की अब की बार जो आएंगे।।

3- बोले किंशुक सुनो रे साथी
बाबा दूल्हा हम बाराती
प्रकाश सेहरा सजाएंगे ।
सुन लेना रे बाबा सब की अब की बार जो आएंगे।।

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

कामिका एकादशी

बुधवार, 31 जुलाई 2024

कामिका एकादशी
मासिक शिवरात्रि

शुक्रवार, 02 अगस्त 2024

मासिक शिवरात्रि
हरियाली तीज

बुधवार, 07 अगस्त 2024

हरियाली तीज
नाग पंचमी

शुक्रवार, 09 अगस्त 2024

नाग पंचमी
कल्कि जयंती

शनिवार, 10 अगस्त 2024

कल्कि जयंती
पुत्रदा एकादशी

शुक्रवार, 16 अगस्त 2024

पुत्रदा एकादशी

संग्रह