सांवरिया कर दो बेड़ा पार भजन लिरिक्स
सांवरिया करदो बेड़ा पार, सांवरिया कर दो बेड़ा पार
मैं तो बावरी दर-दर भटकू, कर दो ना उपकार
सांवरिया कर दो बेड़ा पार, सांवरिया कर दो बेड़ा पार
आधी उमरिया बीती मेरी, चेहरे पर पड़ गई मेरे झुर्री
ना यो नकली लेप सुहावे, तेरे भवन की छाया है भावे,
तेरे दरस की मन में आवे, तेरे दरस की मन में आवे ना करनो इनकार,
सांवरिया कर दो बेड़ा पार, सांवरिया कर दो बेड़ा पार
मैं तो तेरे चरणों में बैठी, आई हूं मैं चढ़ के यह सीढ़ी
लाई हूं मैं चोखा ये लिट्टी, संग में ल्याई खीर या मीठी
कदे ना चढ़ जा इस पर चींटी, कदे ना चढ़ जा इस पर चींटी खाओ न गटकार
सांवरिया कर दो बेड़ा पार, सांवरिया कर दो बेड़ा पार
मैं तो हूं तेरी ही दासी, ना हूं मैं कोई भोग अभिलाशी
तेरी भक्ति में भजन मैं गाऊ, तेर द्वार पर रोज ही आऊ
तेरे रूप ने रोज निहारू, तेरे रूप ने रोज निहारू ना घालो रे कजरार
सांवरिया कर दो बेड़ा पार, सांवरिया कर दो बेड़ा पार
भूल हुई तो मुझको बताओ, अच्छा मार्ग मुझको सुझाओ
कभी आप सपने में आओ, जाकर अपना रूप दिखाओ
सांवरिया कर दो बेड़ा पार, सांवरिया कर दो बेड़ा पार
Author: Pitram Sharma