श्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको याद किया,
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ ही गुजार दिया….
(तर्ज – फूल तुम्हे भेजा है खत में)
देखी तेरी भोली सूरत, हम भी धोखा खा ही गए,
तेरी मोहन मीठी मीठी, बातों में हम आ ही गए,
हार गए जीवन में सब कुछ, फिर भी तेरा नाम लिया,
श्याम हमारे दिल से पूछो…
करता हूँ मैं विनती मोहन, याद हमेशा तुम आओ,
हो सके तो तुम तो मोहन, मेरे दिल में बस जाओ,
भूल हुई तुझे समझ ना पाया, इस दिल ने लाचार किया,
श्याम हमारे दिल से पूछो…
अब तो आ ही जाओ मोहन, इतना ना हमे तरसाओ,
तेरे दर्श की प्यासी अँखियाँ, इन की प्यास बुझा जाओ,
छोड़ के इस दुनिया को, तेरे चरणों से ही प्यार किया,
श्याम हमारे दिल से पूछो…
जनम जनम का तुझसे नाता, ये हम भूल ना पाएंगे,
तुम ही बता दो तुम्हे छोड़ कर, और कहाँ हम जाएंगे,
तुमने ही अपने भक्तो का, हर पल ही उपकार किया,
श्याम हमारे दिल से पूछो…
Author: Unknown Claim credit