हे शिव शम्भू करुणा सिंधु,
जग के पालनहार,
दयालु वंदन बारम्बार,
दयालु वंदन बारम्बार…

त्रिलोकी है नाम तुम्हारा,
त्रिलोकी है नाम तुम्हारा,
तेरी दया से जग से उजियारा,
तेरी दया से जग से उजियारा,
कण कण में है वास तुम्हारा,
कण कण में है वास तुम्हारा,
करुणा के भंडार,
दयालु वंदन बारम्बार,
दयालु वंदन बारम्बार…

सारे जग के तुम हो स्वामी,
सारे जग के तुम हो स्वामी,
हे जगपालक अंतर्यामी,
हे जगपालक अंतर्यामी,
सियाराम का ध्यान धरे तू,
सियाराम का ध्यान धरे तू,
गिरिजा के भरतार,
दयालु वंदन बारम्बार,
दयालु वंदन बारम्बार…

‘हर्ष’ कहूँ क्या तेरी माया,
‘हर्ष’ कहूँ क्या तेरी माया,
तूने ये ब्रम्हांड रचाया,
तूने ये ब्रम्हांड रचाया,
तेरे नाम से हम दीनो का,
तेरे नाम से हम दीनो का,
चलता है संसार,
दयालु वंदन बारम्बार,
दयालु वंदन बारम्बार…

हे शिव शम्भू करुणा सिंधु,
जग के पालनहार,
दयालु वंदन बारम्बार,
दयालु वंदन बारम्बार…

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वरुथिनी एकादशी

गुरूवार, 24 अप्रैल 2025

वरुथिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी

संग्रह