सुबह शाम और आठो याम बस जपु तेरा नाम रे

तेरे नाम के वावले हम खाटू वाले संवारे,

तू जो बोले भोग लगाऊ

हुकम बजा के देख ले

तेरे नाम का रोग लगा है जांच करा के देख ले

नाचे टाबर सारा मेरा रुकते न ये पाँव रे

तेरे नाम के वावले हम खाटू वाले संवारे,

नीले घोड़े वाले बाबा

लीला तेरी न्यारी से

छुलकाना में भी धाम बना से आवे दुनिया सारी रे

पंच कुला से नारनोल तक नाचे गाओ गाओ रे

पुरे हरयाने से खाटू आवे गाव गाव रे

तेरे नाम के वावले हम खाटू वाले संवारे,

जब जब बाबा तेरी याद सतावे आखेया भर भर आवे से

मित्तल की तू जान संवारे बस तेरे लिए ही गावे से

तेरे भरोसे चाले बाबा सब भगता की नाव रे

तेरे नाम के वावले हम खाटू वाले संवारे,

Author: Kanhaiya Lal mittal

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