छोटा सा कन्हैया देखो,
पलने में झूले रे,
प्यारी मुस्कनिया जिसकी,
सबके दिल को छु ले रे,
छोटा सा कन्हैया देखों,
पलने में झूले रे।।
देखे – यशोदा जायो ललना।
नन्हे नन्हे हाथ जाके,
नन्हे नन्हे पाँव है,
देखने को आया जिसको,
सारा नंदगाँव है,
मारे झटकोले जैसे,
आसमा को छु ले रे,
छोटा सा कन्हैया देखों,
पलने में झूले रे।।
सांवली सलोनी सूरत,
फूले फूले गाल है,
नैन कजरारे जिसके,
घुंघराले बाल है,
देख ले जो चितवन प्यारी,
सुध बुध भूले रे,
छोटा सा कन्हैया देखों,
पलने में झूले रे।।
आनंद छायो देखो,
नंद के भवन में,
बांटे बधाई होके,
मस्त मगन रे,
नाचे सखी ग्वाल देखो,
अंगने में झूमे रे,
छोटा सा कन्हैया देखों,
पलने में झूले रे।।
छोटा सा कन्हैया देखो,
पलने में झूले रे,
प्यारी मुस्कनिया जिसकी,
सबके दिल को छु ले रे,
छोटा सा कन्हैया देखों,
पलने में झूले रे।।
Author: Unknown Claim credit