गोकुल को सजा दो फूलों से मेरा लल्ला आने वाला है

गोकुल को सजा दो फूलों से, मेरा लल्ला आने वाला है,
गोकुल को सजा दो फूलों से, मेरा कान्हा आने वाला है,

कोई काजल की डिबिया ले आओ, कोई काला धागा ले आओ
कहीं नजर ना लग जाए कान्हा को, मेरा लल्ला…..

कोई सोने का पालना ले आओ कोई मखमल का चादर ले आओ
कोई झूला लगा दो आंगन में, मेरा लल्‍ला…..

कोई चांदी का लोटा ले आओ कोई सोने की थाली ले आओ
जरा चरण धुला दो लल्‍ला के मेरा लल्‍ला…..

खोई माखन मिश्री ले आओ, कोई लड्डू पेड़े ले आओ
जरा भोग लगा दो लल्‍ला को, मेरा लल्‍ला…..

कोई ढोल नगाड़े बजाओ रे, कोई मंगल गाने गाओ रे
सब मिलके जय जयकार करो, मेरा लल्‍ला….

Author: Guru Ashish

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

वरुथिनी एकादशी

गुरूवार, 24 अप्रैल 2025

वरुथिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी
शनि जयंती

मंगलवार, 27 मई 2025

शनि जयंती
निर्जला एकादशी

शुक्रवार, 06 जून 2025

निर्जला एकादशी

संग्रह