होली खेलन राधे रानी आजा ब्रज की गलियन में,
ऐसो रंग लगाईं दे मो पे जो बस जाए अँखियन में,
अरे होली खेलन राधे रानी……….
लाल गुलाबी नीलो पीलो ना हो रंग बिरंगो,
ऐसो रंग चढ़ाई दो मो पे जो हो प्रेम में रंगो,
होली खेलन राधे रानी……….
तेरे बिन फीको लागे मोहे होली को त्यौहार,
वृंदावन को कण कण राधे राधे करे पुकार,
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