जहां ले चलोगे वही मैं चलुंगा

जहां ले चलोगे वही मैं चलुंगा

जहां ले चलोगे, वही मैं चलुंगा,
जहां नाथ रख लोगे, वही मैं रहुंगा।

ये जीवन समर्पित,चरण मे तुम्हारे,
तुम्ही मेरे सर्वस्व, तुम्ही प्राण प्यारे,
तुम्हे छोड़कर नाथ, किससे कहूंगा।
जहां ले चलोगे वही मे चलुंगा,
जहां नाथ रख लोगे, वही में रहुंगा।।

दयानाथ दयानिधि, मेरी अवस्था,
तेरे ही हाथो मे, मेरी व्यवस्था,
कहना होगा जो भी, तुमसे कहूंगा।
जहाँ ले चलोगे वही मे चलुंगा,
जहां नाथ रख लोगे, वही में रहुंगा।।

ना कोई शिकायत, ना कोई अर्जी,
कहलो करालो, जो तेरी मर्जी,
सहाओगे जो भी, हंस के सहूंगा।
जहाँ ले चलोगे वही मे चलुंगा,
जहां नाथ रख लोगे, वही में रहुंगा।।

जहा ले चलोगे वही मैं चलुंगा,
जहां नाथ रख लोगे, वही मैं रहुंगा।

Author: शेखर मौर्या

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

छठ पूजा

मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025

छठ पूजा
कार्तिक पूर्णिमा

बुधवार, 05 नवम्बर 2025

कार्तिक पूर्णिमा
उत्पन्ना एकादशी

शनिवार, 15 नवम्बर 2025

उत्पन्ना एकादशी
मोक्षदा एकादशी

सोमवार, 01 दिसम्बर 2025

मोक्षदा एकादशी
मार्गशीर्ष पूर्णिमा

गुरूवार, 04 दिसम्बर 2025

मार्गशीर्ष पूर्णिमा
सफला एकादशी

सोमवार, 15 दिसम्बर 2025

सफला एकादशी

संग्रह