कन्हैया रे तेरे बिना भी क्या जीना,
ये नाता टूटे ना तू हमसे रूठे ना,
तेरे बिना ये गोकुल सुना,
तेरे बिना भी क्या जीना….

बचपन से तूने प्रीत लगायी,
प्रीत लगाके कान्हा क्यों बिसराई,
क्यों हम से रूठे ना क्यों हम से बोले ना,
तेरे बिना ये गोकुल सुना,
तेरे बिना भी क्या जीना….

ग्वाल पुकारे गौये निहारे,
जमुना तट पे रस्ता निहारे,
गोकुल की गलियों में, मधुबन की गलियों में,
तेरे बिना ये गोकुल सुना,
तेरे बिना भी क्या जीना….

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

हनुमान जयंती

शनिवार, 12 अप्रैल 2025

हनुमान जयंती
चैत्र पूर्णिमा

शनिवार, 12 अप्रैल 2025

चैत्र पूर्णिमा
वरुथिनी एकादशी

गुरूवार, 24 अप्रैल 2025

वरुथिनी एकादशी
मोहिनी एकादशी

गुरूवार, 08 मई 2025

मोहिनी एकादशी
वैशाखी पूर्णिमा

सोमवार, 12 मई 2025

वैशाखी पूर्णिमा
अपरा एकादशी

शुक्रवार, 23 मई 2025

अपरा एकादशी

संग्रह