मेरे श्याम मेरे घर आये मेहरा हो गइयाँ

मेरे श्याम मेरे घर आये मेहरा हो गइयाँ,
जिथे चरण टिकाये मेहरा हो गइयाँ,
हो गईया जी हो गईया मेहरा मेहरा हो गईया,
मेरे श्याम मेरे घर आये मेहरा हो गइयाँ,
जिथे चरण टिकाये मेहरा हो गइयाँ…..

सोहने श्याम दे चरणा विच बरकत,
बरकत दे विच वसदा अमृत,
जो पीवे तर जावे मेहरा हो गईया,
मेरे श्याम मेरे घर आये मेहरा हो गइयाँ,
जिथे चरण टिकाये मेहरा हो गइयाँ…..

जिथे मेरे श्याम चरण टिकाउँदे,
कष्ट रोग सारे मिट जांदे,
सत्संग विच श्याम आये मेहरा हो गाइयाँ,
मेरे श्याम मेरे घर आये मेहरा हो गइयाँ,
जिथे चरण टिकाये मेहरा हो गइयाँ…..

भीलनी ने चरनामत पीता,
दर्शन उसने राम दा किता,
झूठे बेर खिलाये मेहरा हो गईया,
मेरे श्याम मेरे घर आये मेहरा हो गइयाँ,
जिथे चरण टिकाये मेहरा हो गइयाँ…..

Author: Unknown Claim credit

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