तर्ज :- हमारो धन राधा
नंद घर बाजी रे बाजी बधाई
नन्द घर जन्मे कृष्ण कन्हाई
- परिपूर्ण ब्रह्म लीला अवतारी
नारायण बने कृष्ण मुरारी
महिमा वेद पुराणन गाई, नंद घर …
2 . गोकुल वासी ख़ुशी मनावें
मंगल गीत बधाइयां गावें
बाज रहे बाजे ढोल शहनाई, नंद घर …
3 . नीलमणी घनश्याम सलोना
सुंदर सोहना मन का मोहना
शोभा कान्हा की वर्णी न जाई, नंद घर …
4 . “मधुप” हरी यशोधा का ललना
पलना झूल रहा नंद नंदना
गूंज रही जय जयकार कन्हाई, नंद घर …
नंद घर बाजी रे बाजी बधाई
नन्द घर जन्मे कृष्ण कन्हाई।
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