निरधनको धनि राम । हमारो०॥ध्रु०॥
खान न खर्चत चोर न लूटत । साथे आवत काम ॥ह०॥१॥
दिन दिन होत सवाई दीढी । खरचत को नहीं दाम ॥ह०॥२॥
सूरदास प्रभु मुखमों आवत । और रसको नही काम हमारो०॥३॥
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निरधनको धनि राम । हमारो०॥ध्रु०॥
खान न खर्चत चोर न लूटत । साथे आवत काम ॥ह०॥१॥
दिन दिन होत सवाई दीढी । खरचत को नहीं दाम ॥ह०॥२॥
सूरदास प्रभु मुखमों आवत । और रसको नही काम हमारो०॥३॥
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बुधवार, 11 जून 2025
ज्येष्ठ पूर्णिमाशनिवार, 21 जून 2025
योगिनी एकादशीरविवार, 06 जुलाई 2025
देवशयनी एकादशीगुरूवार, 10 जुलाई 2025
गुरु पूर्णिमागुरूवार, 10 जुलाई 2025
आषाढ़ पूर्णिमासोमवार, 21 जुलाई 2025
कामिका एकादशी