माँ ने लंगना जी, अम्बे माँ ने लंगना,
माँ ने लंगना जी, मेरी माँ ने लंगना )
मैं ता फुल्लां नाल सजा दूँ ओहना राहवां नू,
जिथो मेरी माँ ने लंगना।
( माँ ने लंगना जी, अम्बे माँ ने लंगना,
माँ ने लंगना जी, मेरी माँ ने लंगना )
तेल चो के मैं ख़ुशी च गुड़ वंडना,
जिथो मेरी माँ ने लंगना।
( माँ ने लंगना जी, अम्बे माँ ने लंगना,
माँ ने लंगना जी, मेरी माँ ने लंगना )

होके अज्ज शेर ते सवार दाती आउगी,
चरण कमल साडे घर दाती पाउगी,
मन दाती दे रंगा दे विच रंगना,
जिथो मेरी माँ ने लंगना।
मैं ता फुल्लां नाल सजा दूँ ओहना राहवां नू,
जिथो मेरी माँ ने लंगना।
( माँ ने लंगना जी, अम्बे माँ ने लंगना,
माँ ने लंगना जी, मेरी माँ ने लंगना )
तेल चो के मैं ख़ुशी च…..

गालियां च ला दूंगी मैं झंडिया पतंगिया,
अतर फुलेला दिया आऊंनगिया सुंघदिया,
बुल्ला ठंडिया हवावा वाला वगना,
जिथो मेरी माँ ने लंगना।
मैं ता फुल्लां नाल सजा दूँ ओहना राहवां नू,
जिथो मेरी माँ ने लंगना।
( माँ ने लंगना जी, अम्बे माँ ने लंगना,
माँ ने लंगना जी, मेरी माँ ने लंगना )
तेल चो के मैं ख़ुशी च…..

पिंड च जगाउंगी मैं दीवे देसी घेयो दे,
चरण मईया दे असी पीने धो धो के,
” सैने वालेया ” दीदार माँ दा मंगना,
जिथो मेरी माँ ने लंगना।
मैं ता फुल्लां नाल सजा दूँ ओहना राहवां नू,
जिथो मेरी माँ ने लंगना।
( माँ ने लंगना जी, अम्बे माँ ने लंगना,
माँ ने लंगना जी, मेरी माँ ने लंगना )
तेल चो के मैं ख़ुशी च…..

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

माघ पूर्णिमा

बुधवार, 12 फरवरी 2025

माघ पूर्णिमा
विजया एकादशी

सोमवार, 24 फरवरी 2025

विजया एकादशी
महा शिवरात्रि

बुधवार, 26 फरवरी 2025

महा शिवरात्रि
आमलकी एकादशी

सोमवार, 10 मार्च 2025

आमलकी एकादशी
होलिका दहन

गुरूवार, 13 मार्च 2025

होलिका दहन
होली

शुक्रवार, 14 मार्च 2025

होली

संग्रह