श्री कृष्ण अमृतवाणी
वंदउँ सतगुरु के चरण, जाको कृष्ण कृपा सो प्यार।कृष्ण कृपा तन मन बसी, श्री कृष्ण कृपा आधार॥ कृष्ण कृपा सम बंधु नहीं, कृष्ण कृपा सम तात।कृष्ण कृपा सम गुरु नहीं, कृष्ण कृपा सम मात॥ रे...
वंदउँ सतगुरु के चरण, जाको कृष्ण कृपा सो प्यार।कृष्ण कृपा तन मन बसी, श्री कृष्ण कृपा आधार॥ कृष्ण कृपा सम बंधु नहीं, कृष्ण कृपा सम तात।कृष्ण कृपा सम गुरु नहीं, कृष्ण कृपा सम मात॥ रे...
जग में सुन्दर हैं दो नाम,चाहे कृष्ण कहो या राम।बोलो राम राम राम,बोलो श्याम श्याम श्याम ॥माखन ब्रज में एक चुरावे,एक बेर भिलनी के खावे ।प्रेम भाव से भरे अनोखे,दोनों के हैं काम ॥बोलो राम...
राधे राधे राधे गोविंद राधेराधे राधे राधे गोविंद राधे।। गोविन्द राधे गोपाल राधेहे गोविंद राधे हे गोपाल राधे।। राधे राधे राधे गोविंद राधेराधे राधे राधे गोविंद राधे।। हे गोविंद हे गोपाल तुम्हें देखकर आज जी...
आनंद उमंग भयो,जय हो नन्द लाल की ।नन्द के आनंद भयो,जय कन्हिया लाल की ॥ बृज में आनंद भयो,जय यशोदा लाल की ।हाथी घोडा पालकी,जय कन्हिया लाल की ॥ जय हो नंदलाल की,जय यशोदा लाल...
गोविन्द जय-जय, गोपाल जय-जय ।राधा-रमण हरि, गोविन्द जय-जय ॥ 1 ॥॥ गोविन्द जय-जय… ॥ ब्रह्माकी जय-जय, विष्णूकी जय-जय ।उमा- पति शिव शंकरकी जय-जय ॥ 2 ॥॥ गोविन्द जय-जय… ॥ राधाकी जय-जय, रुक्मिणिकी जय-जय ।मोर-मुकुट वंशीवारेकी...
हरि सुंदर नंद मुकुंदाहरि नारायण हरि ॐहरि सुंदर नंद मुकुंदाहरि नारायण हरि ॐ हरि केशव हरि गोविंदहरि नारायण हरि ॐहरि केशव हरि गोविंदहरि नारायण हरि ॐ हरि सुंदर नंद मुकुंदाहरि नारायण हरि ॐहरि केशव हरि...
मन चल रे वृन्दावन धाम,राधे राधे गाएंगे,ओ राधे राधे गाएंगे,राधे राधे गाएंगे,तेरा कोड़ी लगे न च दाम,राधे राधे गाएंगे ॥ वृन्दावन में बाँके बिहारी,ओढ़ के बैठ्यो कांवलिया काली,तुझे वही पे मिले विश्राम,राधे राधे गाएंगे,मन चल...
फूलों में सज रहे हैं,श्री वृन्दावन बिहारी,और साथ सज रही है,वृषभानु की दुलारी ॥ टेढ़ा सा मुकुट सर पर,रखा है किस अदा से,करुणा बरस रही है,करुणा भरी निगाह से,बिन मोल बिक गयी हूँ,जब से छबि...
राधा कौन से पुण्य किये तूने,जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥ राधा जब सोलह शृंगार करे,प्रभ दर्पण आप दिखाते है,राधा कौन से पुण्य किये तूने,जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥ राधा...
एक तरफ सावले से कान्हा दूजी राधिका गोरी,जैसे एक दूसरे से मिलकर हो गए चांद चकोरी,एक तरफ सावले से कान्हा दूजी राधिका गोरी,जैसे एक दूसरे से मिलकर हो गए चांद चकोरी, कान्हा मुरली की तान...
दया थोड़ी सी कर दो न मेरे दामन को भर दो नालाल मैं भी तुम्हारा हूँ तो फिर क्यों बेसहारा हूँओ श्याम मेरे श्याम ………… प्रभु मुझ पे कृपा कर दे तू तो ममता की...
कोई जाये जो वृन्दावन, मेरा पैगाम ले जाना,मैं खुद तो जा नहीं पाऊँ, मेरा प्रणाम ले जाना । ये कहना मुरली वाले से मुझे तुम कब बुलाओगे,पड़े जो जाल माया के उन्हे तुम कब छुडाओगे...