बरसाने की रज्ज अमृत है पावन है ब्रिज धाम,
तू ना भटके फिर लख चौरासी बस गा ले राधा नाम…..

राधा नाम जपा कर बन्दे काम यही बस आएगा,
अटल विजय होगी तेरी तू सांवरिया को पायेगा,
राधा नाम जपा कर बन्दे…..

इस जग के झूठे चक्कर में तू फिरता मारा मारा,
अंत समय कोई काम ना आवे चाहे हो जितना प्यारा,
राधे नाम का अमृत पी तू और ना कुछ ले जाएगा,
अटल विजय होगी तेरी तू सांवरिया को पायेगा,
राधा नाम जपा कर बन्दे………….

अपनों साँसों की माला पे राधे राधे गाया कर,
आठों याम इसी अमृत की धारा में तू नहाया कर,
श्री चरणों में अर्पण हो जा नहीं तो धोखा खायेगा,
अटल विजय होगी तेरी तू सांवरिया को पायेगा,
राधा नाम जपा कर बन्दे………….

अपने भक्तो पे करुणामयी इतनी कृपा कर देना,
जो भी आये द्वार तुम्हारे उसकी झोली भर देना,
राधे नाम से तू धर्मेंद्र भव सागर तर जाएगा,
अटल विजय होगी तेरी तू सांवरिया को पायेगा,
राधा नाम जपा कर बन्दे…………
श्रेणीकृष्ण भजन

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