राधे राधे राधे गोविंद राधे
राधे राधे राधे गोविंद राधे।।
गोविन्द राधे गोपाल राधे
हे गोविंद राधे हे गोपाल राधे।।
राधे राधे राधे गोविंद राधे
राधे राधे राधे गोविंद राधे।।
हे गोविंद हे गोपाल
तुम्हें देखकर आज जी चाहता है
तुम्हें प्राण प्रीतम आंखों में बिठाये।।
अगर आसमा तक रसायनी हो अपनी
तुम्हें आज तारो की माला पाने।।
तेरे पाव धोए हम फूलो के रस से
तुम्हें आज नेहलाए हम चांदनी से।।
मगर आज मुंतज़िर है तुम्हारे
जो तुम मुस्कुराओ तो हम मुस्कुराए।।
राधे राधे राधे गोविंद राधे
राधे राधे राधे गोविंद राधे।।
गोविन्द राधे गोपाल राधे
गोविन्द राधे गोपाल राधे।।
राधे राधे राधे गोविंद राधे
राधे राधे राधे गोविंद राधे।।
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