रंग मैनूं राधा नाम दा चड़या
रंग मैनूं राधा नाम दा चड़या, मैंनूं मस्ती छाई होई ए।।
नारद शारद शिव सनकादि।
राधा रंग रंगे ब्रह्रमादि।।
शेष शुक राधा नाम जप करया।
मैनूं मस्ती छाई…..
रास रस रसिया लीलाधारी।
राधा रंग रंगे गिरधारी।।
राधा रस मुरली विच भरया।
मैनूं मस्ती छाई…..
रंग विच रंगी मीरा बाई।
कीती गिरधर नाल मिताई।।
बन जोगन इकतारा फड़या।
मैनूं मस्ती छाई…..
नरसी नामा सूर कबीर।
नाम रंग रंगे संत फकीर।।
बहाया ‘‘मधुप’’ नाम दा दरया।
मैनूं मस्ती छाई….. ।
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