रोते रोते आते है हंसते हंसते जाते है, करते पूरी आशा ओ सदा,
मन से बुलाले तू दिल में बिठाले तू दूर हो जाएगी विपदा,
रोते रोते आते है……

देखो ओ समाए हर प्राणी जगत के दिल में,
आते जब बुलाते जब, बुलाए कोई मुश्किल में,
गज को बचाया है अपना बनाया है, हुए फिर वहां से विदा,
मन से बुलाले तू दिल में बिठाले तू दूर हो जाएगी विपदा,
रोते रोते आते है……

आया जो शरण में उसका उद्धार किया है,
नैया उस कन्हैया ने कितनों की पार किया है,
पार लगाना तू दर्श दिखाना तू दुनियां से जब हूं विदा,
मन से बुलाले तू दिल में बिठाले तू दूर हो जाएगी विपदा,
रोते रोते आते है……

Author: Unknown Claim credit

Comments

संबंधित लेख

आगामी उपवास और त्यौहार

कालभैरव जयंती

शुक्रवार, 22 नवम्बर 2024

कालभैरव जयंती
उत्पन्ना एकादशी

मंगलवार, 26 नवम्बर 2024

उत्पन्ना एकादशी
मासिक शिवरात्रि

शुक्रवार, 29 नवम्बर 2024

मासिक शिवरात्रि
गीता जयंती

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

गीता जयंती
मोक्षदा एकादशी

बुधवार, 11 दिसम्बर 2024

मोक्षदा एकादशी
दत्तात्रेय जयंती

शनिवार, 14 दिसम्बर 2024

दत्तात्रेय जयंती

संग्रह